प्रेषक : आबिद …
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम आबिद है और यह मेरी Sonixx पर आज पहली कहानी है। में पिछले कुछ सालों से सेक्सी कहानियाँ पढ़कर मज़े ले रहा हूँ। दोस्तों सबसे पहले में अपने बारे में बताता हूँ और मेरा नाम तो आप सभी को पता है। में मध्यप्रदेश से हूँ और मेरी उम्र 25 साल है और अब आप सभी को ज्यादा बोर ना करते हुए में सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ। दोस्तों में आज आप सभी को अपनी वो सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ जिसको में आपके सामने लाने के बारे में पिछली कुछ सालों से सोच रहा था, लेकिन ना जाने क्या सोचकर रुक सा जाता और आज बहुत हिम्मत करके बता रहा हूँ। दोस्तों यह तब की बात है जब में कॉलेज में पढ़ता था और मेरे साथ में एक लड़की पढ़ती थी और उसका नाम नेहा था। दोस्तों वो दिखने में ज्यादा सुंदर नहीं थी, लेकिन उसके बूब्स और गांड एक नंबर थे और वो जब भी मेरी क्लास में आती थी तो मेरा पूरा ध्यान उसकी गांड पर ही लगा रहता था और बहुत बार में उसके चक्कर में मुठ भी मार लेता था। दोस्तों वो मुझसे बहुत ही कम समय में अच्छी तरह खुलकर बातें करने लगी थी और में हमेशा किसी ना किसी बहाने से उसको छूने की कोशिश किया करता और इस बात को अब वो भी बहुत अच्छी तरह से समझने और मेरी नीयत को शायद पहचानने लगी थी, लेकिन फिर भी वो इन सभी बातों से बिल्कुल अंजान बनी रही।
फिर मैंने एक दिन सोचा कि में उसको कैसे पटाऊंगा? और अब धीरे धीरे मैंने उसको पटाना चालू किया और उससे दोस्ती करने के लिए मैंने उसके घर पर जाना चालू किया। एक दिन में उसके घर पर गया तो मैंने वहां पर पहुंचकर देखा कि उस वक़्त उसने गुलाबी कलर की मेक्सी पहनी हुई थी और उसे देखते ही मेरा लंड उछलने लगा। फिर वो मेरे लिए अंदर पानी लेने चली गई और जब वो वापस मेरे सामने आकर मुझे पानी देने के लिए थोड़ा नीचे झुकी तो तब मुझे उसके बूब्स नज़र आ गये। उसने मुझे यह सब देखते हुए देख लिया था और वो एक शरारती सी स्माईल देने लगी और फिर मेरे पास में आकर बैठ गई। अब हमारे बीच यहाँ वहां की बातें चालू हो गई, लेकिन अब भी मेरी नज़र उसके बूब्स पर थी जो 32 के थे और वो भी मुझे लगातार देख रही थी। तभी अचानक से मैंने उसके गाल पर एक किस कर दिया तो वो गुस्सा हो गई, लेकिन फिर मेरे थोड़ा मनाने के बाद मान गई और फिर दोबारा में उसको पकड़कर होंठो पर किस करने लगा। फिर उसने मुझे धीरे से धक्का देकर अपने से दूर किया और कहा कि दूर हटो मम्मी आ जाएगी। दोस्तों अब में कुछ देर उसके साथ बैठकर वापस अपने घर पर आ गया, हम दोनों हर रोज सेक्स चेट करने लगे और में अब उसके बहुत करीब आ चुका था, वो मुझे अब हर जगह दिखने लगी थी और में हमेशा उसके बारे में सोचकर मुठ मारा करता था और उसकी चुदाई के सपने देखा करता था और बहुत जल्दी वो दिन आ ही गया और जब मुझे उसको चोदना था। दोस्तों एक दिन उसने मुझसे कॉल करके कहा कि आज मम्मी और दीदी घर से बाहर जा रही है और उनके जाने के बाद में घर पर बिल्कुल अकेली रहूंगी, तुम आज शाम को घर पर आ जाना। दोस्तों में उसके मुहं से यह बात सुनकर ख़ुशी के मारे बिल्कुल पागल हो गया और अब में उसकी चुदाई की तैयारी करने लगा। फिर मैंने मेडिकल स्टोर जाकर कंडोम का एक पैकेट लिया और शाम को एकदम ठीक समय पर उसके घर पर चला गया। मैंने घंटी को बजाया। फिर जब उसने दरवाजा खोला तो में उसे देखता ही रह गया, क्योंकि वो उस दिन एकदम झकास लग रही थी और उसने उसकी मम्मी की गुलाबी कलर की साड़ी और उसी रंग का ब्लाउज पहना हुआ था जो कि मेरा पसंद का कलर है। फिर मैंने अंदर जाते ही सबसे पहले उसे अपनी बाहों में लेकर किस करना शुरू कर दिया और वो भी कुछ देर बाद मेरा पूरा पूरा साथ देने लगी, में अब पूरी तरह से पागल हो चुका था और में लगातार उसको किस किए जा रहा था। फिर उसने मुझे धीरे से बेड पर धक्का दे दिया और वो मेरे ऊपर आकर बैठ गई और किस करना दोबारा शुरू कर दिया और अब हमने कुछ देर बाद एक दूसरे के कपड़े उतार दिए। दोस्तों अब वो मेरे सामने सिर्फ़ ब्रा और पेंटी में थी, उसके सेक्स बदन को देखकर मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे बस खा जाऊँ।
फिर मैंने उसकी ब्रा को खोलकर उसके बूब्स को पूरी तरह से आज़ाद कर दिया था और में उसके बूब्स को लगातार सक किए जा रहा था और में उसकी चूत में उंगली डालकर लगातार अंदर बाहर किए जा रहा था और वो आअहहा एसस्स उफफ्फ़ आहह कर रही थी, अब में थोड़ा आगे बढ़ा और मैंने उसकी पेंटी को उतार दिया और मैंने छूकर महसूस किया कि उसकी पेंटी अब पूरी गीली हो चुकी थी और उसे नीचे उतारकर मैंने देखा कि उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था और उसे देखकर में और भी पागल हो गया और अब में उसकी गुलाबी चूत में अपनी जीभ लगाकर चूसने, चाटने लगा और वो लगातार मना करने लगी, तुम प्लीज ऐसा मत करो, वो मुझसे बोली कि नहीं यह बहुत गंदी जगह है।
फिर मैंने उससे बोला कि जानेमन इसमें ही तो असली मज़ा है और में अब उसकी चूत को ज़ोर ज़ोर से चाटने लगा और वो आहें भरने लगी, आह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ वाह बेबी बहुत मज़ा आ रहा है, आहहह आईईई हाँ अब ऐसे ही करते रहो और कुछ देर चूसने के बाद अचानक उसका पूरा बदन टाईट हो गया और उसने अपनी चूत से पानी छोड़ दिया और जो पूरा मेरे मुहं में आ गया। मैंने उसको पूरा चाटकर साफ किया और कुछ देर बाद मैंने उसके सामने अपना पांच इंच लंड ले जाकर टिका दिया और अब मैंने उसको सक करने को कहा, लेकिन उसने मना किया और मेरे बहुत बार समझाने के बाद उसने मेरे लंड को थोड़ा सा सक किया। फिर उसके बाद मैंने उसको सीधा लेटाया और कंडोम निकालकर अपने लंड पर लगा लिया और फिर उसकी चूत के मुहं पर अपना लंड रखकर धीरे से सुपाड़ा अंदर डालने लगा और फिर जोश में आकर मेरे एक झटका देते ही उसकी बहुत ज़ोर से चीख निकल गई, आहहहहह प्लीज बाहर निकालो, आईईईईई उफफ्फ्फ प्लीज करने लगी, लेकिन मैंने उसके होंठो पर अपने होंठ लगा दिये और जब उसका दर्द कुछ कम हुआ तो मैंने फिर से और एक झटका दे दिया और इस बार मेरा पूरा लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ अंदर घुस गया। फिर में अपना लंड अंदर बाहर करने लगा और वो ज़ोर ज़ोर से आवाज़े निकालने लगी, अयाअश् आहह जानू और तेज डालो उह्ह्ह्ह फाड़ दो मेरी चूत। दोस्तों अब में भी लगातार झटके देता जा रहा था और पूरे रूम में फच फच की आवाज़ आ रही थी, मेरी गांड भी फट रही थी कि कोई पड़ोसी ना आ जाए, लेकिन में अब भी नेहा को चोदता जा रहा था। फिर मेरा पूरा शरीर पसीने से भीग गया था और दो मिनट बाद मैंने पोज़िशन बदल दी। अब मैंने उसको कुतिया की स्टाईल में चोदना शुरू किया। तभी अचानक से वो और तेज चिल्लाने लगी, अह्ह्ह्ह ऑश या बेबी अह्ह्ह चोदो मुझे और ज़ोर से चोदो अह्ह्ह्ह दिखा अपने लंड की ताक़त, में भी लगातार झटके मारता चला जा रहा था और वो लगातार तीन बार अपनी चूत का पानी छोड़ चुकी थी और लगभग दस मिनट तक चोदने के बाद मेरा भी वीर्य निकलने वाला था। फिर मैंने अपनी स्पीड को और भी बड़ा दिया और कुछ ही देर बाद मैंने अपने लंड से पूरा वीर्य निकाल दिया और उसके ऊपर ही लेट गया, उस दिन उसको चोदकर मुझे बहुत मज़ा आया, लेकिन हम दोनों बुरी तरह से थक चुके थे और दोनों पूरी तरह नंगे बिस्तर पर लेटे हुए थे और आधे घंटे बाद मेरा लंड एक बार फिर से खड़ा होने लगा। मैंने फिर से अपना मूड बनाया और उसको किस करने लगा और वो भी मेरा साथ देने लगी। दोस्तों ये कहानी आप Sonixx पर पड़ रहे है।
फिर मैंने उससे कहा कि इस बार में तेरी गांड में अपना लंड डालूँगा तो उसने तुरंत हाँ कह दिया और फिर मैंने उसको ज़मीन पर लेटाया और उसकी गांड में तेल लगाकर मसलने लगा और अपने लंड को पकड़कर उसकी गांड के छेद में डालकर एक धक्का दिया और वो चिल्लाने लगी, उह्ह्ह्ह आईईईई बाहर निकाल अपना लंड। फिर मैंने कहा कि चुपकर रंडी आज मुझे तेरी जवानी का पूरा मज़ा लेना है और अब मैंने एक झटके से अपना पूरा लंड उसकी गांड में डाल दिया, जिसकी वजह से उसको बहुत दर्द हो रहा था और थोड़ा खून भी निकल गया था, लेकिन में उसको लगातार धक्के देकर चोदने लगा और वो चिल्लाती रही। दोस्तों मैंने उसकी गांड में इतने ज़ोर ज़ोर से धक्के मारे कि वो जिंदगी भर याद रखेगी और मेरे लंड ने पूरी ताक़त उसकी गांड में लगा दी थी और मेरी एक उंगली उसकी चूत में थी और वो आहहह अईईईईई चोद और ज़ोर से चोद अह्ह्ह्हह उफ्फ्फ्फ़ आज तू मेरी गांड को भी फाड़ दे कर रही थी। अब उसको भी बहुत मज़ा आ रहा था और कुछ देर की चुदाई के बाद मेरा लंड भी वीर्य छोड़ने वाला था। इस बार मैंने अपना पूरा वीर्य उसके बदन पर छोड़ दिया और उसने इस बात पर मुझे एक हल्का सा थप्पड़ भी मारा, लेकिन मैंने उसको फिर से किस किया और उसके पास में जाकर लेट गया और वो मेरी चुदाई से संतुष्ट होकर बहुत खुश थी, उसके चेहरे की शरारती हंसी से मुझे वो सब पता चल रहा था। फिर उसके बाद में दो घंटे रुककर अपने घर पर चला आया, लेकिन उसके बाद भी मैंने उसको बहुत बार चोदा और मुझे इस बात की बहुत ख़ुशी थी कि मेरी पहली चुदाई उसकी भी पहली चुदाई थी और जिसमें मैंने उसकी सील तोड़कर चूत और गांड को फाड़ दिया ।।
धन्यवाद …